Mauganj News: मऊगंज पुलिस ने 1100 सीसी नशीली कफ सिरप लोड स्कॉर्पियो वाहन किया जप्त, वाहन छोड़ भागे आरोपी
मऊगंज पुलिस ने गाड़ा नदी के समीप घेराबंदी करते हुए 1100 सीसी नशीली कफ सिरप से लोड स्कॉर्पियो वाहन क्रमांक MP17CB8327 को जप्त किया है। वहीं पुलिस को देखकर आरोपी वाहन छोड़कर भाग निकले।

Mauganj News: सीधी जिले के नेता तू-तू मैं-मैं करने में लगे हैं, सांसद महोदय लीला साहू द्वारा लगाए गए आरोप से पल्ला झाड़ने में लगे हैं, रीति पाठक राजेंद्र शुक्ला को घेरने में लगी है, पुलिस उगाही में लगी है, रेत माफिया खनन में लगे हैं, और सीधी जिले का भविष्य यानी आज के युवा नशा तस्करी में लगे हैं.
जी हां इस तरह से सीधी जिला अब इतिहास रचने को तैयार है किसी अच्छे काम में नहीं बल्कि कोरेक्स गंज की तस्करी में…
सीधी जिला पहले सोन नदी से निकलने वाले रेत की तस्करी के लिए पूरे प्रदेश भर में मशहूर था लेकिन अब सीधी जिले को नशा तस्करी का खिताब भी दे देना चाहिए, दरअसल पिछले कुछ वर्षों में सीधी जिले में मेडिकल नशा के साथ-साथ नए-नए तस्कर भी तैयार हो चुके हैं.
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दरअसल इन दिनों मऊगंज जिले में SP दिलीप कुमार सोनी के निर्देश पर ताबड़तोड़ कार्यवाही चल रही है और सबसे बड़ी हैरानी की बात यह है कि अब तक पुलिस के द्वारा पिछले 3 महीने के अंतराल में लगभग 1 करोड़ से अधिक का मशरूका जप्त किया गया है और 3 महीने के अंतराल में अब तक सीधी जिले के एक दर्जन तस्करों को उनकी लग्जरी गाड़ी के साथ जेल भेजा जा चुका है, और कई तस्करों की तलाश अभी भी जारी है.
मऊगंज जिले में 8 जुलाई को फिर से एक ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जब एक तेज रफ्तार महिंद्र स्कॉर्पियो क्रमांक MP17CB8327 उत्तर प्रदेश से नशीली कफ सिरप की खेप लेकर मऊगंज की तरफ बढ़ रही थी, इसी बीच मऊगंज पुलिस ने वाहन को रोकने के लिए गाड़ा नदी के पास बीच सड़क पर जाम लगवा दिया.
लेकिन शातिर तस्करों ने पुलिस के मनसूबे को समझ कर हाईवे में पुलिस को दौड़ते रहे,, तस्करों ने दोबारा से वाहन को हनुमना की तरफ मोड़कर भागने का प्रयास किया,, लेकिन तब तक तस्कर चारों तरफ से घिर चुके थे.
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अंत में तस्कर अपना स्कॉर्पियो वाहन छोड़कर मौके से भाग निकले. पुलिस ने जब स्कॉर्पियो की तलाशी ली,,, तो खुद पुलिस भी हैरान रह गई क्योंकि वाहन के भीतर से पुलिस को कुल 10 पेटी यानी 1100 सीसी नशीली कफ सिरप मिली.
दरअसल यही स्कॉर्पियो वहां 3 महीने पहले गांजा तस्करी के लिए भी इस्तेमाल हुआ था जिसे सीधी जिले की मड़वास पुलिस ने 45 किलो गांजा के साथ जप्त किया था लेकिन बाद में न्यायालय से यह वाहन रिलीज हो गया. फिलहाल मऊगंज पुलिस स्कॉर्पियो वहां के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर वाहन मालिक की तलाश शुरू कर दी है.
पिछले 3 महीने के आंकड़े की बात की जाए तो यह आंकड़ा हैरान करने वाला है क्योंकि 3 महीने के भीतर की गई कार्यवाही में अब तक सीधी जिले के तस्करों सहित 6 लग्जरी वाहनों को पुलिस ने जप्त किया है जिसमें से पुलिस ने कुछ पुराने शातिर तस्करों के साथ-साथ नेशनल लेवल के कबड्डी खिलाड़ियों को टाटा कर्व जैसी महंगी गाड़ियों के साथ गिरफ्तार किया है.
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सीधी जिले में जिस तरह से नशा तस्करों और नशे का प्रकोप जारी है उसे देखकर ऐसा लगता है जैसे यहां के नेता भी नहीं चाहते की सीधी जिले की यह युवा नशे से बाहर निकाल कर उनसे रोजगार मांगे, उनसे बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था मांगे.
दरअसल सीधी जिला भारी विडंबनाओ का सामना कर रहा है जहां अमीर और अमीर होते चले जा रहे हैं और गरीब और गरीब होते चले जा रहे हैं,
मेडिकल नशा रीवा सीधी मऊगंज के साथ-साथ पूरे विंध्य क्षेत्र को अपनी चपेट में ले चुका है लेकिन जिस तरह इसके कारोबार में सीधी जिले के युवा उतर रहे हैं यह विषय काफी चिंतनीय है, क्योंकि सीधी जिले के ज्यादातर तस्कर सब कुछ नया न्योछावर कर इस कारोबार में उतर रहे हैं.
बड़ा सवाल यह भी है कि यह नशे की खेप रीवा मऊगंज के साथ-साथ सीधी जिले में भी सप्लाई हो रही है लेकिन सीधी जिले में पुलिस के द्वारा कोई कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही है..? क्या किसी के आशीर्वाद से यह तस्करी का खेल चल रहा है…? या फिर पुलिस नजराना लेकर इन तस्करों पर कार्यवाही नहीं कर रही है…? ऐसे कई बड़े सवाल हैं जो आज सीधी जिले की जनता के जहन में गूंज रहे हैं